बिहार: बिहार में चुनावों की प्रक्रिया लगातार चलती रहती है, लेकिन हाल ही में बिहार के एक विधानसभा क्षेत्र से जुड़ा मामला चुनाव आयोग और मतदाताओं के लिए सिरदर्द बन गया है। बिहार विधान परिषद के तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव के लिए वोटर लिस्ट में एक सनसनीखेज गड़बड़ी सामने आई है। लिस्ट में 138 लोगों के पिता का नाम “मुन्ना कुमार” दर्ज है, जो स्पष्ट रूप से एक बड़ी गलती है। इस गड़बड़ी से चुनावी प्रक्रिया में भाग ले रहे प्रत्याशी, चुनाव अधिकारी और मतदाता सभी परेशान हो गए हैं।
क्या है मामला?
बिहार में विधानसभा के साथ-साथ विधान परिषद भी है और तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र का उपचुनाव आयोजित किया जा रहा है। वोटर लिस्ट में इस गड़बड़ी ने सभी को चौंका दिया है, क्योंकि एक ही नाम का होना मतदान प्रक्रिया में गंभीर समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। उम्मीदवारों का कहना है कि अगर मतदान के समय अधिकारियों ने इन मतदाताओं को पहचान के आधार पर वोट देने से रोक दिया, तो यह चुनावी प्रक्रिया में बाधा डाल सकता है।
वोटर लिस्ट में गड़बड़ी की रिपोर्ट
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, यह मामला मुजफ्फरपुर जिले के औराई प्रखंड के बूथ संख्या 54 का है। यहां की वोटर लिस्ट में यह गड़बड़ी सामने आई है। उम्मीदवारों ने चिंता जताई कि अब वोटर लिस्ट में सुधार कर पाना मुश्किल है, और यदि इन मतदाताओं को वोट देने से रोका जाता है तो इससे उन्हें गंभीर नुकसान हो सकता है।
अधिकारियों का आश्वासन
मामला सामने आने के बाद तिरहुत के डिविजनल कमिश्नर ने उम्मीदवारों और मतदाताओं को आश्वासन दिया कि किसी भी वैध मतदाता को वोट देने से रोका नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि मतदान के दौरान किसी भी व्यक्ति को पहचान पत्र दिखाने के बाद मताधिकार से वंचित नहीं किया जाएगा। इस आश्वासन के बाद उम्मीदवारों और वोटरों को राहत की सांस मिली।
मतदान की तारीख
यह चुनाव 5 दिसंबर को आयोजित होना था, और अब तक स्थिति साफ हो गई है कि किसी भी वैध मतदाता को वोट देने से रोका नहीं जाएगा। इस गड़बड़ी के बावजूद चुनावी प्रक्रिया को सुचारु रूप से चलाने के लिए अधिकारियों ने आवश्यक कदम उठाए हैं।